छिंदवाड़ा- गणेशोत्सव.. स्टार नवयुवक मंडल तैयार कर रहा मनमोहक चलित झांकी, लालबाग में भक्तो को होंगे खाटू श्याम के दर्शन

483

दुर्गेश नरोटे, छिंदवाड़ा, मध्यप्रदेश
9977886526

छिंदवाड़ा- जिले में भव्यता से मनाया जाने वाला गणेशोत्सव पर्व पुरे प्रदेश में खास पहचान रखता है। छिंदवाड़ा शहर में गणेशोत्सव पर्व को लेकर जोरदार तैयारियां की जा रही हैं। मंडलों के कार्यकर्ता पंडाल एवं झांकियां तैयार करने में जुटे हुए हैं। हर पंडाल में अलग-अलग थीम पर झांकियां सजाई जा रही हैं। इसी क्रम में स्टार नवयुवक मंडल द्वारा स्थापित किए जाने वाले लालबाग के बादशाह जिले वासियों की आस्था के केंद्र हैं। समिति द्वारा हर वर्ष नई-नई थीम पर तैयार की जाने वाली झांकियां लोगों को आकर्षित करती हैं। इस वर्ष मंडल द्वारा प्रस्तुत झांकी में श्रद्धालुओं को हारे का सहारा भगवान खाटू श्यामजी के दर्शन होंगे। मंडल के जसपाल सिंह भमरा बताते हैं कि हम जिन्हें भगवान खाटू श्याम के नाम से जानते हैं, वो भीम के पोते और घटोत्कच के बेटे हैं। इनका नाम बर्बरीक था। पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान श्री कृष्ण ने बर्बरीक को कलियुग में स्वयं के नाम से पूजे जाने का वरदान दिया था, इसलिए आज के समय में उन्हें खाट्श्याम के रूप में पूजा जाता है। उन्होंने बताया कि स्टार नवयुवक मडल, लालबाग का बादशाह द्वारा प्रस्तुत झांकी में खाट् श्याम जी के बारे में बताया जाएगा, साथ ही उन्हें हारे का सहारा क्यों कहा जाता है, यह भी चलित झांकी के माध्यम से दर्शाया जाएगा।

मंडल के सदस्य स्वयं करते है झांकी का निर्माण, विगत दो माह से जारी है कार्य

स्टार नवयुक मंडल के सदस्य कार्यकर्ता व सहयोगी बंधु मिलकर विगत दो माह से झांकी तैयार करने में जुटे हुए हैं। मंडल के सदस्यों द्वारा पूरी रात कार्य किया जाता है, सभी मिलकर स्वयं अपने हाथों से झांकी का निर्माण करते है। हर वर्ष श्रद्धालुओं की होने वाली भीड़ को देखते हुए इस वर्ष पहले दिन से ही श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए झांकी प्रारंभ करने की तैयारी चल रही है। वही इस वर्ष विसर्जन शोभा यात्रा में उज्जैन से आए कलाकार महाकाल की बारात की प्रस्तुति देंगे। इसके साथ ही जबलपुर से प्रसिद्ध ढोल-बाजे छिंदवाड़ा आएंगे। साथ ही विशाल डीजे साउंड सिस्टम भी रहेगा।

पूर्व वर्षो में यह झाकियां हो चुकी स्थापित

स्टार नवयुवक मंडल लालबाग के बादशाह समिति द्वारा पूर्व वर्षों में भगवान श्रीकृष्ण के विराट स्वरूप, महर्षि वेदव्यास के कथन पर गणेशजी द्वारा महाभारत ग्रंथ का लेखन करने, हनुमान जी द्वारा शरीर पर सिंदूर लगाना, गणेश जी द्वारा वीणा बजाना एवं शिवलिंग का पूजन करना, रिद्धि-सिद्धि द्वारा गणेश जी को झूला झुलाना, हनुमान जी द्वारा उड़कर संजीवनी बूटी लाना सहित अन्य विविध झांकियां प्रस्तुत की जा चुकी हैं। जिसे गणेश भक्तो द्वारा काफी सराहा गया।