दुर्गेश नरोटे, छिंदवाड़ा, मध्यप्रदेश
छिंदवाड़ा- सीहोर स्थित कुबेरेश्वर धाम के प्रख्यात कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा सोमवार को छिंदवाड़ा पहुंचे। शाम पांच बजे के लगभग श्री मिश्रा का नर्सिंगपुर नाका के पास बनाए गए हेलीपेड पर आगमन हुआ। तत्पश्चात श्री मिश्रा खुले वाहन में सवार होकर नगर भ्रमण के लिए निकले। शोभा यात्रा पुराना नरसिंहपुर नाका से प्रारंभ हुई जो काली माता मंदिर से, जनपद ऑफिस, श्याम टॉकीज, चार फाटक, श्री शास्त्री की प्रतिमा, अलका टॉकीज, पुराना बैल बाजार चौक, मानसरोवर कॉम्पलेक्स के सामने से, इंदिरा तिराहा, फवारा चौक, जिला अस्पताल के सामने से, राजीव भवन, शिवाजी चौक, व्यकटेश मॉल, पुराना नागपुर नाका, बोदरी पुल, चंदननगर होते हुए इमलीखेड़ा चौक में पूर्णतः को प्राप्त हुई। नगर भ्रमण के दौरान पूरे मार्ग में जगह जगह हजारों की संख्या में मौजूद लोगो द्वारा गाजे बाजे के साथ श्री मिश्रा का पुष्प वर्षा कर भव्य स्वागत किया गया। ज्ञात हो की मंगलवार से नागपुर रोड स्थित सिमरिया धाम में पंडित प्रदीप मिश्रा शिव महापुराण कथा का वाचन करेंगे। पांच दिवसीय कथा को लेकर सिमरिया में सभी तैयारिया पूर्ण हो चुकी है। शिव भक्तो के कथा स्थल पर पहुंचने का सिलसिला भी आरंभ हो चुका है। जिले के अलावा आस पास के अन्य जिलों से भी शिव भक्त कथा श्रवण के लिए छिंदवाड़ा पहुंच रहे है। श्री मारुतिनंदन सेवा समिति द्वारा सिमरिया हनुमान मंदिर में 5 से 9 सितंबर तक शिव महापुराण कथा का दिव्य आयोजन किया गया है। कथा का समय प्रतिदिन दोपहर 1 बजे से शाम 4 बजे तक होगा। वही अंतिम दिन 9 सितंबर को कथा प्रातः 9 से दोपहर 12 बजे तक होगी। कथा में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और जिले के सांसद नकुलनाथ परिवार सहित सम्मिलित होंगे। समिति द्वारा इस आयोजन को भव्यता प्रदान करने एवं इसकी व्यवस्था को लेकर शहर के विभिन्न धार्मिक सामाजिक संगठनों और धर्म प्रेमी बंधुओ को अलग अलग जवाबदारी सौपी गई है।
कथा स्थल पर ये किए गए इंतजाम
सिमरिया धाम के पास 42 एकड़ के विशाल मैदान में तीन बड़े बड़े वॉटर प्रूफ डोम पंडाल तैयार किए गए है, आवा गमन के लिए 6 अलग अलग गेट होंगे, पंडाल के अंदर श्रद्धालुओं के बैठने हेतु लकड़ी की प्लाई वाली फ्लोरिंग बिछाई गई है, वही कथा वाचन के लिए पांच हजार वर्ग फीट में भव्य सुंदर व्यासपीठ तैयार किया गया है, कथा में प्रतिदिन तीन लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है, इसी को देखते हुए आयोजन समिति द्वारा पूरे कथा स्थल पर 40 एलईडी स्क्रीने लगाई गई है, सुरक्षा के भी व्यापक प्रबंध किए गए है जगह जगह सीसी टीवी कैमरे लगाए जाने के साथ एक कंट्रोल रूम भी तैयार किया गया है जहा से निरंतर प्रत्येक गतिविधि पर सीधी नजर रखी जाएगी, कथा पंडाल में एक खोया पाया विभाग भी बनाया गया है, कथा स्थल के करीब ही अलग अलग वाहनों के लिए अलग अलग पार्किंग बनाई गई है।