दुर्गेश नरोटे, छिंदवाड़ा, मध्यप्रदेश
छिंदवाड़ा- बागेश्वरधाम सरकार पंडित धीरेंद्र शास्त्री महाराज के बाद अब सीहोर के कुबेरेश्वर धाम के प्रख्यात कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा का आगामी चार सितंबर को छिंदवाड़ा की पावन धरा पर आगमन होने जा रहा है। जिस स्थान पर धीरेंद्र शास्त्री महाराज ने रामकथा की थी अब उसी सिमरिया धाम में उसी स्थान और उसी पंडाल में पंडित प्रदीप मिश्रा शिव महापुराण कथा का वाचन करेंगे। पांच दिवसीय कथा को लेकर सभी तैयारिया अंतिम चरण में पहुंच गई है। श्री मारुतिनंदन सेवा समिति द्वारा सिमरिया हनुमान मंदिर में 5 से 9 सितंबर तक प्रतिदिन दोपहर 1 बजे से शाम 4 बजे तक कथा का आयोजन किया जाएगा। वही अंतिम दिन 9 सितंबर को कथा प्रातः 9 से दोपहर 12 बजे तक होगी इसके पश्चात प्रसाद वितरण होगा। कथा में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और जिले के सांसद नकुलनाथ परिवार सहित सम्मिलित होंगे। प्राप्त जानकारी के अनुसार चार सितंबर को अपने आगमन के उपरांत पंडित प्रदीप मिश्रा नगर भ्रमण पर निकलेंगे और भक्तो को अपना शुभाशीष प्रदान करेंगे। नगर भ्रमण दोपहर तीन बजे पुराना नरसिंहपुर नाका से प्रारंभ होगा जो काली माता मंदिर से, जनपद ऑफिस, श्याम टॉकीज, चार फाटक, श्री शास्त्री की प्रतिमा, अलका टॉकीज, पुराना बैल बाजार चौक, मानसरोवर कॉम्पलेक्स के सामने से, इंदिरा तिराहा, फवारा चौक, जिला अस्पताल के सामने से, राजीव भवन, शिवाजी चौक, व्यकटेश मॉल, पुराना नागपुर नाका, बोदरी पुल, चंदननगर होते हुए इमलीखेड़ा चौक में पूर्णता को प्राप्त होगा। समिति द्वारा सिमरिया धाम में होने वाले इस आयोजन एवं इसकी व्यवस्था को लेकर शहर के धार्मिक सामाजिक संगठनों और धर्म प्रेमी बंधुओ को अलग अलग जवाबदारी सौपी गई है।
कथा के लिए ये किए जा रहे इंतजाम
सिमरिया धाम के पास 42 एकड़ के विशाल मैदान में तीन बड़े बड़े वॉटर प्रूफ डोम पंडाल खड़े किए जा रहे है, साथ ही आवा गमन के लिए 6 अलग अलग गेट होंगे इसमें एक वीआईपी के लिए होगा, पंडाल के अंदर श्रद्धालुओं के बैठने हेतु लकड़ी की प्लाई वाली फ्लोरिंग बिछाई जा रही है, वही कथा वाचन के लिए पांच हजार वर्ग फीट में भव्य मंच व्यासपीठ तैयार किया गया है, कथा में प्रतिदिन तीन लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है, इसी को देखते हुए पूरे कथा स्थल पर 40 एलईडी स्क्रीने लगाई जा रही है, सुरक्षा के भी व्यापक प्रबंध किए गए है जगह जगह सीसी टीवी कैमरे लगाए जा रहे है, साथ ही एक कंट्रोल रूम भी तैयार किया गया है जहा से निरंतर प्रत्येक गतिविधि पर सीधी नजर रखी जाएगी, कथा पंडाल में एक खोया पाया विभाग भी बनाया जा रहा है, कथा स्थल के करीब ही दो एकड़ भूमि में ऑटो चालकों के लिए पार्किंग बनाई गई है।