छिंदवाड़ा- गृहमंत्री अमित शाह पहुंचे जगतगुरु शंकराचार्य स्वरूपानंद महाराज की वैराग्य स्थली, किए प्रभु श्रीराम के दर्शन

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दुर्गेश नरोटे, छिंदवाड़ा, मध्यप्रदेश
9977886526

छिंदवाड़ा- राम नवमीं के परम पावन अवसर पर देश के यशस्वी गृहमंत्री अमित शाह ने पूज्य जगदगुरु शंकराचार्य स्वरूपानंद महाराज की वैराग्य स्थली श्रीराम मंदिर ऊंटखाना पहुंच प्रभु श्रीराम के दर्शन किए। पूर्व निर्धारित छिंदवाड़ा में रात्रि विश्राम उपरांत माननीय गृहमंत्री बुधवार सुबह 9ः30 बजे स्थानीय ऊंटखाना स्थित ऐतिहासिक श्रीराम मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने प्रभु श्रीराम के दर्शन कर देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत संकल्प की पूर्ति एवं देश के कल्याण हेतु प्रार्थना की। इस दौरान छिंदवाड़ावासियों ने गृहमंत्री का भव्य स्वागत किया, जिस पर गृहमंत्री ने नगरवासियों का अभिवादन किया। 

भाजपा प्रत्याशी बंटी विवेक साहू ने श्रीराम मंदिर छोटी बाजार में किए दर्शन

राम नवमीं पर भाजपा प्रत्याशी बंटी विवेक साहू ने अपनी धर्मपत्नी शालिनी साहू और बेटी के साथ श्रीराम मंदिर छोटी बाजार पहुंचकर दर्शन किए। इस दौरान भाजपा प्रत्याशी ने सहपरिवार प्रभु श्रीराम का पूजन-अर्चन कर छिंदवाड़ा जिले के विकास और सुख-शांति की प्रार्थना की। इस अवसर पर उनके साथ अरविंद राजपूत सहित बड़ी संख्या में सहयोगी बंधु उपस्थित रहे।

ऐतिहासिक स्थल है श्रीराम मंदिर ऊंटखाना

सन् 1874 में स्थापित श्रीराम मंदिर ऊंटखाना क्षेत्र की ऐतिहासिक स्थली है, जिसे जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज की वैराग्य स्थली भी कहा जाता है। इस स्थली के बारे में मान्यता है कि ब्रह्मलीन जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज की जन्मस्थली भले ही दिघोरी रही हो लेकिन छिंदवाड़ा शहर में उन्हें वैराग्य मिला है। छिंदवाड़ा के ऊंटखाना स्थित श्री राम मंदिर और गुरु स्व. अयोध्या प्रसाद उपाध्याय नगर के मार्गदर्शक के रूप में जाने जाते रहे है। लगभग 9 साल की आयु में जगद्गुरु शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती अपने बड़े भाई नारायण उपाध्याय के साथ छिंदवाड़ा में निवास करते थे। उस समय उनका नाम पोथीराम उपाध्याय था। उनके बड़े भाई नारायण उपाध्याय छिंदवाड़ा पुलिस लाइन में पदस्थ थे तो वह ऊंटखाना पुलिस लाइन में उन्हीं के साथ रहकर पढ़ाई करते थे। ऐसे में एक दिन उनकी भाभी ने उन्हें अनाज पिसाने के लिए भेजा तो वह खेल में लग गए और अनाज नहीं पिसा पाए, जिसके कारण भाभी ने उन्हें मार दिया। भाभी की मार से दुखी होकर वह है ऊंटखाना स्थित राम मंदिर में जाकर बैठ गए। जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज मंदिर प्रांगण में लगे एक आम के पेड़ के नीचे बैठे रहते थे। जहां तात्कालिक समय में प्रसिद्ध संत करपात्री जी महाराज सन्यासियों की टोली के साथ पधारे थे। जगतगुरु शंकराचार्य मंदिर में ही रहकर करपात्री जी महाराज और अन्य साधु की सेवा करने लगे तभी मंदिर के पुजारी ने उन्हें करपात्री जी महाराज के लिए स्नान की व्यवस्था करने के लिए पास वाले कुएं में पानी लाने के लिए भेजा। जहां पानी खींचने के दौरान उनके हाथों की लकीरों पर करपात्री जी महाराज की नजर पड़ी और उन्होंने वहीं भविष्यवाणी कर दी कि तुम बड़े होकर एक बहुत बड़े विख्यात संत बनोगे जिसके बाद उन्होंने जगतगुरु शंकराचार्य जी को अपने साथ शामिल कर लिया और घर वालों को बिना बताएं वह सन्यासियों के साथ रवाना हो गए।